कला संग्रहालय, कलादीर्घा और कला संस्थान (Art Museum, Art Gallery and Art Institute)



ललित कला केन्द्रों, अकादमियों, कला दीर्घाओं आरै कला स्कूलों की स्थापना इस देश में हुई, जिससे गुरू-शिष्य परम्परा से अलग कला शिक्षा की एक पद्धति विकसित हुई है। 21वीं शताब्दी के इस द्वितीय दशक में तेजी से परिवतिर्त हो रहे। कला के स्वरूप मंे स्वभावतः कुछ नया भी है, कुछ दुहराव भी है। ललित कला केन्द्रों द्वारा देश के विभिन्न भागांे मंे कलाकार शिविरों का आयोजन, विभिन्न कला दीर्घाओं द्वारा कलाकार की एकल या समूह प्रदर्शनियों का आयोजन एक महत्वपूर्ण कला गतिविधि है। जिससे कई पीढ़ियों तथा अलग-अलग शैलियों के कलाकारांे का एक स्थान पर कुछ दिन इक्टठ्े रह कर काम करना अपनी ही तरह का अनुभव होता है। इस अनुभव का लाभ युवा कलाकार, कला विद्यार्थी भी ले, इस कारण ये आयोजन समय-समय पर होते रहते हंै।
ललित कला अकादमियाँ प्रत्येक वर्ष वाषिर्क प्रदर्शनियों का आयोजन करती है और अच्छी कृतियों को पुरस्कृत भी करती हैं। कला मेलों और कला संगाष्ेठी का आयोजन भी इससे शामिल है। देश के विभिन्न भागांे में आज कला संस्थान सुचारू रूप से चल रहे हंै और ये कला विद्यार्थियांे, कला पे्रमियों के लिये प्रेरणादायक एवं लाभप्रद साबित हो रहे हैं। आज कई आर्ट सोसायटी, कला ग्रुप, सगं्रहालय आदि सामने आते हैं जिनके सतत् प्रयासांे ने देश में कला के प्रति जनरूचि को विकसित करने, कला के नये आयाम ढूंढने, कलाकारांे को प्रतिष्ठित करने तथा नवोदित कलाकारों को प्रेरणा तथा उत्साह प्रदान करने एवं आगे बढा़ने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
 
कुछ प्रमुख कला संग्रहालय :

1. राष्ट्रीय संग्रहालय, जनपथ, नई दिल्ली: देश का सबसे महत्वपूर्ण संग्रहालय है। जिसमें सिन्धुघाटी से लेकर                अर्वाचीन तक की कलाकृतियाँ विभिन्न विथिकाओं में प्रदर्शित है।
2. राष्ट्रीय आधुनिक कलादीघार्, जयपुर हाऊस, नई दिल्ली: 1954 ई. देश में समासामयिक कला एवं आधुनिक           कलाकृतियों का महत्पूर्ण संग्रहालय है। जिसमें कम्पनी शैली, बंगाल स्कूल से लेकर आज तक के कलाकारों            की कृतियाँ संग्रहित है।
3. पुरातत्व संग्रहालय, लाल किला, नई दिल्ली।
4. प्रिन्स आॅफ वेल्स म्यूजियम, बम्बई: 1905 में इस महत्वपूर्ण संग्रहालय की नीवं रखी गई एवं आज एक                    विशाल संग्रहालय है।
5. दी इंडियन म्यूजियम: 27, जवाहर लाल नेहरू मार्ग, कलकत्ता, स्थापना सन् 1875, भरहूत के महत्वपूर्ण                  शिल्पों के अतिरिक्त कई महत्पूर्ण कृतियाँ संग्रहित है।
6. दी विक्टोरिया मेमोरियल म्यूजियम, क्वीन्स वे, कोलकाता: इस संग्रहालय में भारतीय एवं यूरोपीयन कलाकारों          की कृतियाँ संगृिहत है।
7. राजकीय सगं्रहालय एवं आर्ट गैलरी, पेंटनराडे़, एग्मोर मद्रास: स्थापना सन् 1909 मे,ं इसमें अमरावती स्तूप          के शिल्पखंड प्रर्दशित है। दक्षिण भारतीय कांस्य प्रतिमाओं का महत्पूर्ण संग्रह एवं आधुिनक कलाकारों की              कृतियांे की अलग आर्ट गैलरी है।
8. दी फोर्टसेंट जार्ज म्यूिजयम, बीच रोड़, चेन्नई।
9. दी केलिको म्यूजियम, शांतिबाग, अहमदाबाद: भारतीय हाथकरघा व बुनाई की कलात्मक सामग्री का                    महत्वपूर्ण संग्रहालय।
10. बडा़ैदा म्यूजियम एण्ड पिक्चर गैलरी, सयाजी पार्क, बड़ौदरा।
11. भारत भवन रूपकंर म्यूजियम, भोपाल: लोककथाओं एवं समसामयिक कलाकृितयों का महत्वपूर्ण संग्रह।
12. उडी़सा स्टेट म्यूजियम, जयदेव मागर्, भुवनेश्वर।
13. दी आर्केलोजियम म्यूजियम, ओल्डगोआ, गोआ।
14. आसाम राज्य म्यूजियम, गुहाटी, आसाम।
15. सलारजंग म्यूजियम, हैदाराबाद: पूर्वी एवं पश्चिमी कला का महत्वपूर्ण संग्रहालय।
16. पुरातत्व संग्रहालय, खजुराहों (मध्यप्रदेश)
17. राजकीय संग्रहालय, संग्रहालय मार्ग, मथुरा, उत्तप्रदेश: कुषाणकालीन मूर्तियों का महत्वपूर्ण संग्रह।
18. राजकीय संग्रहालय, बुद्ध रोड़, पटना।
19. राजा दिनकर केलकर म्यूजियम, पूना।
20. तंजोर आर्ट गैलरी, पैलेस बिल्डिंग, तंजोर, तमिलनाडू।
21. राजकीय संग्रहालय, तिरूअनन्तपुरम, केरल।
22. भारत कला भवन, बनारस हिन्दु विश्वविद्यालय, वाराणसी: कलामनिषी रायकृष्णदास के निजी प्रयासों से                  भारतीय कला की श्रेष्ठ कृतियों का संग्रह।
      राजस्थान के महत्वपूर्ण कला केन्द्रो एवं शहरों में राजकीय एवं निजी संग्रह जनता के अवलोकनार्थ स्थापित              किये गये है।
23. राजकीय संग्रहालय जयपुर, अलवर, कोटा, बीकानेर, उदयपुर, जोधपुर , भरतपुर, महाराणा प्रताप, सवाई              माधोसिंह म्यूजियम, जयपुर आदि भी महत्पूर्ण कलाकृितयों की संग्रहालय है।
24. आधुनिक कला संग्रहालय रविन्द्र मंच, जयपुर, जवाहर कला केन्द्र, जयपुर, पश्चिम, सांस्कृितक केन्द्र, उदयपुर,         लोक मडं ल उदयपुर भी राजस्थान की कला के प्रमुख दर्शनीय है।

        कुछ प्रमुख कला संस्थायें :

1. सर जे.जे. स्कलू आॅफ आर्ट, मुम्बई।
2. काॅलेज आॅफ आर्टस् एण्ड क्राफ्ट्स, चन्ैनई।
3. काॅलेज आॅफ आटर्स एण्ड क्राफ्ट्स, कुम्भकोणम,  तंजोर, तमिलनाडू।
4. काॅलेज आॅफ आटर्स एण्ड क्राट्स, कोलकाता।
5. रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय, कोलकाता।
6. कला भवन, विश्वभारती, शांतिनिकेतन, पं. बंगाल।
7. ललितकला संकाय, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी।
8. काॅलजे आॅफ आर्ट एण्ड क्राफ्ट्स, लखनऊ।
9. ललितकला सकांय, एम.एस. विश्वविद्यालय, बड़ौदरा। 
10. सी.एन. काॅलेज आॅफ आटर्, एलिसब्रिज, अहमदाबाद।
11. नेशनल स्कूल आॅफ डिजाईन, पालड़ी, अहमदाबाद।
12. गोआ काॅलेज आॅफ आर्ट, मीरमार, पणजी, गोआ।
13. दिल्ली काॅलजे आॅफ आर्ट, नई दिल्ली।
14. ललित कला संकाय, जामिया मिलिया ईस्लामिया, नई दिल्ली। 
15. गवर्मंेट काॅलेज आॅफ फाइर्न आर्ट, हैदराबाद।
16. काॅलेज आॅफ आर्ट एण्ड क्राफ्ट्स, शांतिपुर, गुवाहाटी, आसाम।
17. राजकीय ललितकला महाविद्यालय, पटना।
18. ललित कला महाविद्यालय, चंडंीगढ़।
22. राजकीय ललित कला संस्थान, ग्वालियर।
23. राजकीय ललितकला महाविद्यालय, इन्दौर।
24. ललितकला सकं ाय, राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर।
25. राजस्थान स्कलू आॅफ आटर्, शिक्षा संकुल, जयपुर।
26. दृश्य कला सकं ाय, मोहनलाल सख्ु ााड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर।
उपरोक्त संस्थाआंे के अतिरिक्त देश के कई छोटे-छोटे आर्ट स्कूल है साथ ही देश के विश्वविद्यालयांे मंे चित्रकला विषय सहित स्नातक एवं चित्रकला मंे अधिस्नातक पाठय् क्रम भी प्रचलित है।


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